SpiceJet की 22 Extra Flights और Air India का Mega Relief Plan

साक्षी चतुर्वेदी
साक्षी चतुर्वेदी

IndiGo के हजारों यात्री पिछले कई दिनों से फ्लाइट कैंसिलेशन की मार झेल रहे थे—एयरपोर्ट पर सूटकेस पर सिर रखकर सोना, ऑफिस की मीटिंग मिस करना और घर न पहुंच पाने की तकलीफ… सब कुछ हो चुका था।
लेकिन अब इस हाई-वोल्टेज ड्रामे में एंट्री हुई है SpiceJet और Air India की—बिलकुल बॉलीवुड-स्टाइल समाधान लेकर!

SpiceJet का बड़ा ऐलान: “22 Extra Flights भेज दो मैदान में”

SpiceJet ने बाकायदा संकट को ‘अवसर’ समझते हुए घोषणा कर दी कि आज 22 एक्स्ट्रा फ्लाइट्स उड़ेंगी—

  • दिल्ली
  • मुंबई
  • पटना
  • कोलकाता
  • बेंगलुरु
  • आदमपुर

यानी “IndiGo grounded? No problem, SpiceJet to the rescue!” यात्री भी बोले — चलो किसी का तो दिल पिघला!

Air India का दांव: Zero Cancellation, Zero Drama

Air India और Air India Express ने सीधा दांव खेला—

  • किराये पर fare cap लागू
  • Zero cancellation fee
  • टिकट बदलने पर भी no extra charges
  • 8 दिसंबर तक कैंसिल करने पर full refund
  • Air India ने basically कहा — “Tension mat lo, हम हैं ना!”

5 दिन में 2000 फ्लाइट कैंसिल — DGCA की नींद खुली

IndiGo ने 2 से 6 दिसंबर के बीच 2000 से ज्यादा फ्लाइटें कैंसिल कर दीं। लोग फंसे, एयरपोर्ट भरे, सोशल मीडिया आगबबूला।
इसके बाद DGCA ने IndiGo CEO को Show-Cause Notice जारी कर दिया — 24 घंटे में जवाब वरना सख्त कार्रवाई तय।

संगठन की भाषा में बेशक नरमी हो, लेकिन मतलब था-“समझ जाओ… वरना हम समझा देंगे।”

सरकार भी एक्टिव मोड में: Fare Cap लागू

दूसरी एयरलाइंस किराया बढ़ाने में लगी थीं। सरकार ने तुरंत ब्रेक लगाई और फटाफट Fare Cap लागू कर दिया:

500 km → ₹7500

500–1000 km → ₹12,000

1000–1500 km → ₹15,000

1500 km+ → ₹18,000

बाहर से साफ संदेश— “Crisis को कमाई का तरीका मत बनाओ, वरना…”

Missing Luggage? घर तक पहुंचाया जाएगा!

सरकार ने IndiGo को आदेश दिया— Missing सामान 48 घंटे में घर तक डिलीवर। किसी यात्री से rescheduling fee नहीं। Full refunds FastTrack मोड में। अब यात्री बोले— “वाह! Government ने तो पूरी Customer Care service ही खोल दी!”

Bottom Line: Crisis से Competition, Competition से Relief!

IndiGo के संकट ने जहां पूरे एविएशन सेक्टर को हिला दिया, वहीं SpiceJet और Air India ने इसे “public relations opportunity” की तरह लपका। जो भी हुआ, कम से कम यात्रियों ने राहत की सांस ली।

“एड्स जागरूकता या नारा-कांड? समस्तीपुर में ‘बलम जी’ वायरल!”

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